October 14, 2025

*लाल बहादुर शास्त्री एक महान नेता और स्वतंत्रता सेनानी थे- डॉ अनूप कुमार श्रीवास्तव*

रविन्द्र कुमार, संपादक /नई दिल्ली/ 28 सितंबर 2025 :: लाल बहादुर शास्त्री भारत के दूसरे प्रधानमंत्री थे, जिन्होंने देश की स्वतंत्रता की लड़ाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और बाद में देश के विकास और सुरक्षा के लिए काम किया। उनका जीवन और कार्य भारतीय इतिहास में एक महत्वपूर्ण अध्याय है।

लाल बहादुर शास्त्री का जन्म 02 अक्टूबर 1904 को वाराणसी में हुआ था। उनके पिता का नाम शारदा प्रसाद और माता का नाम रामदुलारी देवी था। शास्त्री जी ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा वाराणसी में प्राप्त की और बाद में काशी विद्यापीठ से स्नातक की उपाधि प्राप्त की।

शास्त्री जी ने महात्मा गांधी के साथ स्वतंत्रता संग्राम में भाग लिया और कई बार जेल गए। उन्होंने भारत छोड़ो आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभाई और देश की स्वतंत्रता के लिए काम किया. स्वतंत्रता के बाद, शास्त्री जी ने राजनीति में प्रवेश किया और जवाहरलाल नेहरू की सरकार में परिवहन मंत्री और गृह मंत्री के रूप में काम किया। 1964 में नेहरू जी के निधन के बाद, शास्त्री जी भारत के दूसरे प्रधानमंत्री बने।

शास्त्री जी ने प्रधानमंत्री के रूप में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए, जिनमें से कुछ प्रमुख हैं===/

1. *हरित क्रांति*: शास्त्री जी ने कृषि क्षेत्र में सुधार के लिए हरित क्रांति की शुरुआत की, जिससे देश में खाद्यान्न उत्पादन में वृद्धि हुई।

2. *सैनिकों का सम्मान*: शास्त्री जी ने 1965 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान सैनिकों का मनोबल बढ़ाया और देश की रक्षा के लिए काम किया तथा पाकिस्तान पर विजय प्राप्त की।

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लाल बहादुर शास्त्री एक महान नेता और स्वतंत्रता सेनानी थे, जिन्होंने देश की स्वतंत्रता और विकास के लिए काम किया। वे सादगी ईमानदारी तथा राष्ट्र प्रेम की प्रतिमूर्ति थे l पाकिस्तान के उन्होंने छक्के छुड़ा दिए और विश्व में भारत का नाम रोशन किया. जय जवान जय किसान का नारा देकर उन्होंने देश के जवानों तथा किसानों दोनों को ही प्रोत्साहित किया l उनका जीवन और कार्य भारतीय इतिहास में एक महत्वपूर्ण अध्याय है और हमें उनके आदर्शों और मूल्यों को अपनाने के लिए प्रेरित करता है।

 

*02 अक्टूबर* का दिन भारत के इतिहास में अद्वितीय महापुरुषों की पुण्य स्मृति से जुड़ा है।

इस दिन महात्मा गांधी जी के साथ-साथ भारत के पूर्व निष्ठावान, ईमानदार एवं सरलहृदय प्रधानमंत्री, *“जय जवान, जय किसान” के प्रणेता, श्रद्धेय लाल बहादुर शास्त्री जी की जयंती* भी आती है।

*अखिल भारतीय कायस्थ महासभा* यह संकल्प लेती है कि शास्त्री जी की प्रेरणा से हम न केवल उनके विचारों को स्मरण करेंगे, बल्कि उनके अमर नारे — *“जय जवान, जय किसान”* को जीवन में उतारेंगे।

इसी संकल्प के तहत, 2 अक्टूबर 2025 को हम सब मिलकर अपने आसपास के जवानों और किसानों का सम्मान करेंगे, क्योंकि यही वे स्तंभ हैं जिन पर भारत की रक्षा और अन्न-समृद्धि टिकी हुई है। एक हमारा पेट भरता है तो दूसरा हमारी रक्षा करता है.

अतः सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया है इस वर्ष से 2 अक्टूबर को “गांधी जयंती” के साथ-साथ *“जय जवान, जय किसान सम्मान दिवस”* के रूप में भी मनाएंगे.

इस संदेश को हमें प्रत्येक भारतवासी को दूर तक पहुंचना होगा जिससे शास्त्री जी की तपस्या ईमानदारी व सादगीपूर्ण जीवन को सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित की जा सके.

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रविन्द्र कुमार
रविन्द्र कुमार
प्रधान सम्पादक -(www.biharnews18.in)
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