*देश ने असम के सांस्कृतिक विरासत में एक अनमोल रत्न क़ो खो दिया*

गौहाटी(असम)/ 23 सितंबर 2025 :: जुबीन गर्ग, असम के सुप्रसिद्ध गायक और संगीतकार हैं, जिन्होंने अपनी मधुर आवाज़ और विशिष्ट संगीत शैली से पूरे भारत में खास पहचान बनाई है। उनका जन्म 25 जून 1976 को असम के तिनसुकिया जिले में हुआ था। संगीत की दुनिया में जुबीन ने अपनी शुरुआत पारंपरिक असमिया संगीत से की, लेकिन बाद में उन्होंने आधुनिक और पॉप संगीत को भी अपनाया, जिससे वे युवाओं के बीच बहुत लोकप्रिय हुए।
जुबीन गर्ग का संगीत सफर बचपन से ही शुरू हो गया था। उन्होंने असम के कई सांस्कृतिक आयोजनों में हिस्सा लिया और अपनी प्रतिभा का परिचय दिया। उनकी शिक्षा असम के गुवाहाटी विश्वविद्यालय से हुई, जहां उन्होंने इंजीनियरिंग की पढ़ाई की। हालांकि, उनका दिल संगीत के प्रति था, इसलिए उन्होंने संगीत को अपना कैरियर बनाया।

जुबीन ने अपनी खास पहचान 2001 में “जीवन राग” नामक एलबम से बनाई, जो उनके संगीत करियर का पहला बड़ा मील का पत्थर था। उसके बाद उन्होंने कई लोकप्रिय हिंदी, असमिया, बंगाली और अन्य भारतीय भाषाओं के गाने गाए और संगीत दिए। उनकी आवाज़ में एक अनोखी मिठास और भावनात्मक ताकत है, जो लोगों के दिल को छू जाती है।

जुबीन गर्ग ने बॉलीवुड फिल्म “रुस्तम” का लोकप्रिय गाना “पी एम तुझे सलाम” गा कर देश के कई संगीत प्रेमियों का दिल जीता। इसके अलावा उन्होंने “रांझणा,” “हम्प्टी शर्मा की दुल्हनिया,” और कई अन्य फिल्मों में भी अपनी आवाज़ का जादू फैलाया है। उनकी संगीत शैली में पारंपरिकता और आधुनिकता का बेहतरीन मेल देखने को मिलता है।

सिर्फ गायक ही नहीं, जुबीन एक बेहतरीन संगीतकार और गायक-गीतकार भी हैं। उन्होंने असम और पूरे पूर्वोत्तर के संगीत को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंच पर पहचान दिलाई। उनकी कोशिश रही कि असमिया संगीत को वह ग्लोबल प्लेटफॉर्म मिले, जिसके वह हकदार हैं।

जुबीन गर्ग को कई पुरस्करों और सम्मान से नवाज़ा गया है, जिनमें “असामीया संगीत पुरस्कार” और “फिल्मफेयर पुरस्कार” भी शामिल हैं। वे सामाजिक û में भी सक्रिय हैं और युवाओं को संगीत के क्षेत्र में प्रोत्साहित करते हैं।

आज जुबीन गर्ग सिर्फ एक गायक नहीं, बल्कि एक प्रेरणा स्रोत हैं जिन्होंने अपने संगीत से अनेकों दिलों को छुआ है। उनकी मेहनत और समर्पण सभी कलाकारों के लिए मिसाल हैं। असम और पूरे भारत में उनका नाम गर्व से लिया जाता है।

असम के सुप्रसिद्ध सिंगर जुबीन गर्ग का निधन 19 सितंबर 2025 को सिंगापुर में स्कूबा डाइविंग के दौरान हुआ। वह क्रू मेंबर्ड्स के साथ समुद्र में ड्राइविंग कर रहे थे, लेकिन डाइविंग से पहले उन्होंने अपनी लाइफ जैकेट हटा दी, जिसके कारण वे डूब गए। अस्पताल ले जाते समय उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। इस वजह से जुबीन की मौत “डूबने” को कहा गया, ना कि हार्ट अटैक।आज 23 सितंबर 2025 क़ो उनका अंतिम संस्कार असम के कमरकुची गांव में बड़े राजकीय सम्मान के साथ हुआ।
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लाखों प्रशंसकों ने अपनी आंखों में आंसू लेकर उन्हें आखिरी विदाई दी और उनकी याद में शोक की लहर थी। उनकी पत्नी गरिमा गर्ग भावुक होकर हाथ जोड़कर रो पड़ीं। जुबीन के निधन से संगीत जगत और उनके प्रशंसक गहरे सदमे में हैं और उन्होंने असम के सांस्कृतिक विरासत में एक अनमोल रत्न क़ो खो दिया हैं ।
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